रामपुर भतोड़ी परियोजना के जंगलों पर दो गांव के लोगों का अवैध कब्जा,4 वर्ष पूर्व हुई थी कूप कटाई एवं पौधा रोपण अब हो थी खेती..!
✓रामपुर भतोड़ी परियोजना के जंगलों पर दो गांव के लोगों का अवैध कब्जा
✓काजली और मेढ़ा खेड़ा के ग्रामीणो का 221 एवं 219 कंपार्टमेंट में 2 सौ हेक्टेयर वनभूमि पर अतिक्रमण, कार्रवाई सिर्फ कागजों पर
✓ 4 वर्ष पूर्व हुई थी कूप कटाई एवं पौधा रोपण अब हो थी खेती
✓कार्यवाही के नाम पर कुछ हेक्टर पीओआर काटकर कर ली खानापूर्ति
परिधि न्यूज बैतूल/चिचोली

वनों को बढ़ाने के लिए बैतूल जिले में रामपुर भतोड़ी की स्थापना की गई, लेकिन यह प्रोजेक्ट बैतूल जिले के जंगलो लिए अभिशाप साबित हो रहा है। वन मंडलो के सामान्य जंगलों को रामपुरभातोड़ी प्रोजेक्ट में शामिल किया गया, लेकिन विभागीय अमला कम होना एवं इस परियोजना में भ्रष्टाचार , लापरवाही के चलते अब इन जंगलों पर बेतहाशा संकट मंडरा रहा है। हालत यह है कि, जंगलों में अवैध कटाई चरम पर है और अवैध अतिक्रमण पराकाष्टा को पार कर चुका है। विगत 2 वर्षों के दरमियान रामपुर भतोड़ी परियोजना के चूना हजूरी द्वितीय रेंज के कंपार्टमेंट क्रमांक 221 एवं 219 मे वन संपदा को बड़े स्तर पर नुकसान पहुंचा कर काजली एवं मेढाखेड़ा के ग्रामीणों ने वन भूमि को पूरी तरह से कब्जे मे कर रखा है और रबी और खरीफ की फसल जंगल के रिजर्व क्षेत्र मे लहलहाती नजर आ रही है।
221 एवं 219 मे किये गए लाखों रुपए के पौधारोपण को साफ कर किया गया कब्जा
रामपुर भतोड़ी परियोजना के चूना हजूरी द्वितीय रेंज में 4 वर्ष पूर्व 221 एवं 219 कक्ष कूप कटाई के बाद बड़े स्तर पर पौधारोपण कर लाखों रुपए खर्च किए गए थे।इन दोनों कक्षों में अब हालात कुछ अलग ही नजर आ रहे हैं।अतिक्रमणकारियो ने पौधारोपण को बड़े स्तर पर नुकसान पहुंचाकर फसले उगाना प्रारंभ कर दिया है!
कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति
गत 2 वर्षों के दौरान काजली ग्राम से लगे दोनों कंपार्टमेंट में अतिक्रमणकारियो ने योजनाबद्ध तरीके से पौधारोपण को नुकसान पहुंचाकर लगभग 200 हेक्टेयर वन भूमि पर कब्जा किया, लेकिन इस मामले में कार्रवाई के नाम पर कुछ हेक्टेयर का पीओआर कर मामले को रफा दफा कर दिया गया है। जंगलों पर बेखौफ अतिक्रमण जारी है इसके बावजूद भी रामपुर भतोड़ी परियोजना के अधिकारी अतिक्रमण हटाने के लिए किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं जिससे वन संपदा को दिन प्रतिदिन नुकसान पहुंच रहा है।अगर हालात यही रहे तो जंगलों के अन्य कंपार्टमेंट में भी अवैध कब्जा हो सकता है।इस संबंध में जानकारी के लिए वन विकास निगम के डीएफओ रामकुमार अवधिया की माने तो पहले से प्रकरण दर्ज है।पी ओ आर भी कटा है। बावजूद इसके अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अभी तक नहीं की गई है, इसके पीछे बड़ी साठगांठ से इनकार नहीं किया जा सकता।
इनका कहना…
हमारे नॉलेज में इस तरह की कोई जानकारी नहीं ह।कार्पोरेशन द्वारा यदि पूर्व में कोई कार्रवाई की हैं और टास्क फोर्स में मामला पहुंचा है तो जब भी अतिक्रमण हटाने के लिए कार्पोरेशन तय करेगा हमारे द्वारा शांतिपूर्वक अतिक्रमण हटाने के लिए कानून व्यवस्था एवं नियमानुसार मदद की जाएगी।अब तक कार्पोरेशन के डीएफओ ने भी कोई जानकारी नहीं दी है।
नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, कलेक्टर बैतूल
यह क्षेत्र कार्पोरेशन के अंतर्गत आता हैं, कार्पोरेशन क्षेत्र में कार्रवाई एमडी के माध्यम से होती है।
बासु कनौजिया, सीसीएफ बैतूल
इस मामले में पहले से प्रकरण पंजीबद्ध है।पी ओ आर भी कटा है।
रामकुमार अवधिया डीएम, रामपुर भतोडी, वन विकास निगम बैतूल