भीमपुर पोल शिफ्टिंग : मजदूरों की सुरक्षा से खिलवाड़, सड़क से पोल की दूरी पर सवाल
भीमपुर पोल शिफ्टिंग : मजदूरों की सुरक्षा से खिलवाड़, सड़क से पोल की दूरी पर सवाल
परिधि न्यूज भीमपुर
चिचोली से भीमपुर तक सड़क निर्माण कार्य के चलते ब्लॉक मुख्यालय पर बिजली पोल शिफ्टिंग का काम ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा है। लेकिन इस कार्य में मजदूरों की सुरक्षा और मानकों का खुला उल्लंघन देखने को मिल रहा है।
बिना सुरक्षा उपकरण पोल पर लटके मजदूर
ठेकेदार द्वारा लगाए गए मजदूर बिना किसी सुरक्षा किट या बेल्ट के पोल पर लटककर काम कर रहे हैं। पोल पर चढ़ाए जाने वाले लोहे के भारी उपकरण भी रस्सी के सहारे ऊपर भेजे जा रहे हैं। यह तरीका न केवल मजदूरों के लिए बल्कि आसपास से गुजरने वाली आम जनता के लिए भी बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।
एसटीसी डीजीएम ने माना नियमों का उल्लंघन
इस मामले में जब एसटीसी शाखा के डीजीएम दीपक भूसारे से चर्चा की गई तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि बिना सुरक्षा मजदूर से इस तरह कार्य करवाना गलत है। उन्होंने बताया कि विभागीय आदेशों में मजदूरों की सुरक्षा को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए हैं। उपकरणों को पोल तक पहुँचाने के लिए ट्राली या अन्य सुरक्षित साधन का उपयोग अनिवार्य है।
श्रम विभाग करेगा जांच
जिला श्रम अधिकारी धम्मदीप भगत ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि मजदूरों की सुरक्षा से जुड़ी शिकायत को प्राथमिकता से संज्ञान में लिया जाएगा। यदि श्रम कानूनों का उल्लंघन पाया गया तो नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी।
सड़क से पोल की दूरी भी मानकों से कम
सुरक्षा लापरवाही केवल मजदूरों तक ही सीमित नहीं है। पोल शिफ्टिंग में सड़क से पोल की दूरी भी तय मानकों के अनुरूप नहीं रखी जा रही है। कई जगहों पर पोल सड़क के बेहद नजदीक लगाए जा रहे हैं, जिससे भविष्य में दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है।
सुपरविजन चार्ज लेने वालों की जिम्मेदारी
विद्युत विभाग की एसटीसी शाखा को इस कार्य की निगरानी (सुपरविजन) की जिम्मेदारी दी गई है, जिसके लिए उन्हें सुपरविजन चार्ज भी दिया जाता है। इसके बावजूद मानकों का पालन न होना सवाल खड़े करता है। विभाग को चाहिए कि तय मापदंड अनुसार पोल लगवाए जाएं, ताकि भविष्य में दुर्घटनाओं और विवादों से बचा जा सके।