सेठ..साहूकार और राजनेताओं का बदहाल गांव चिरापाटला
सड़क की बदहाली से परेशान ग्रामीण, गड्ढों से हादसे का डर, एक सैकड़ा ग्रामों से साप्ताहिक बाजार में आते है लोग
✓सेठ..साहूकार और राजनेताओं का बदहाल गांव चिरापाटला
✓सड़क की बदहाली से परेशान ग्रामीण, गड्ढों से हादसे का डर, एक सैकड़ा ग्रामों से साप्ताहिक बाजार में आते है लोग
✓समस्या का निराकरण न होने पर ग्रामीण करेंगे आंदोलन
परिधि न्यूज चिरापाटला
पूरे जिले में सड़कों का जाल बिछ गया है। विकास के पंख लगे हुए है परन्तु जिले की चिचोली तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम चिरापाटला के हालात बद से बदतर हैं। चिरापाटला ऐसा गांव जिसका वास्ता जिले के कई दिग्गज नेताओं से भी है और साहूकारों से भी, बहुत से सेठों का यह गांव है जिनका सीधा दखल भी राजनीति और प्रशासन में है बावजूद इसके यह गांव अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है।
प्रत्येक रविवार को यहां साप्ताहिक बाजार लगता है, जहां आसपास के करीब एक सैकड़ा ग्रामों से लोग पहुंचते है। जैसे ही बारिश शुरू होती है इस गांव के हालात बद से बत्तर हो जाते है।इस गांव में बारिश के शुरुआती दौर में ही विकास के बड़े बड़े आईने आसानी से देखे जा सकते है।
दरअसल रास्ते में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं और उस गड्ढे में पानी इकट्ठा हो जाता है। आने जाने वाले राहगीरों को बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है।एक बस के चालक ने बताया कि हम इंदौर से लेकर बैतूल तक 300 किलोमीटर प्रतिदिन बस चलाते हैं, परंतु चिरापाटला में सड़क की जो हालत है 300 किमी में कही और नहीं देखी।
कहने को तो चिरापाटला क्षेत्र में बहुत से नेता भी रहते हैं परंतु किसी का ध्यान इस और नहीं जा रहा है। जनता की परेशानी किसी को दिखाई नहीं दे रही है जिससे क्षेत्रवासियों में भी आक्रोश है। लोगो का कहना है कि शासन प्रशासन को सड़क की समस्या से अवगत कराएँगे अगर समस्या का निराकरण नहीं होगा तो ग्रामीण उग्र आंदोलन भी करेंगे।