कुत्तों ने खदेड़ा तो रामदेव बाबा मंदिर में नीलगाय ने ली शरण, पुजारी ने बचाई जान
परिधि न्यूज आठनेर
विकासखंड आठनेर के ग्राम कोकाढाना के रामदेव बाबा मंदिर में एक मादा नीलगाय जंगल से भागते हुए पहुंच गई । नील गाय यहाँ कुत्तों के दर से काफी देर तक सुरक्षित रामदेव बाबा की शेन में बैठी रही। नीला गाय की उम्र लगभग 4 वर्ष है जिसे जंगली कुत्ते द्वारा खदेड़ कर घायल भी किया गया।
मादा नीलगाय जंगल से भागते हुए रामदेव बाबा मंदिर प्रांगण में पहुंची और द्वारकाधीश मंदिर के दरवाजे पर आकर बैठ गई। मंदिर के संत श्री नरेश बाबा ने डरी हुई नीलगाय का बचाव किया और उसकी देखभाल की शिवम पात्रेकर द्वारा सूचना देने के बाद वनपरिक्षेत्र अधिकारी अपने स्टाप के साथ मौका स्थल पर पहुंचे।नीलगाय की जांच के दौरान पेट में चोट के निशान पाये गये।विभाग की टीम ने ग्राम वासियों के सहयोग से नीलगाय को विभाग की गाड़ी में चढ़ाया।
परिक्षेत्र अधिकारी सावलमेढा ने बताया कि नीलगाय को इलाज करवाकर स्वस्थ्य होने पर जंगल में सुरक्षित छोड़ देगे। पंचनामा बनाकर ग्रामीणों द्वारा हस्ताक्षर किया गया। मंदिर के पुजारी एवं ग्रामीणों की मदद से नीलगाय को सुरक्षित बचाया जा सका।