लोग लंबे समय से कर रहे थे मांग, बढ़ेगा शहर का सौंदर्यीकरण
✓लोग लंबे समय से कर रहे थे मांग, बढ़ेगा शहर का सौंदर्यीकरण
✓बस स्टैंड से रतेड़ा रोड तक सडक़ पर बनेगे डिवाइडर
परिधि न्यूज आमला
शहर की टू-लेन सडक़ पर बार-बार जाम और हादसों की संभावनाओं से लोगों को जल्द की छुटकारा मिलेगा। पीडब्ल्यूडी विभाग ने बस स्टैंड से रतेड़ा रोड तक सडक़ के बीच डिवाइडर बनाने का निर्णय लिया है। डिवाइडर बनने के बाद वाहनों की दिशा तय हो जायेगी, जिससे हादसों की संभावनाओं में कमी आयेगी। दरअसल शहर से होकर गुजरने वाली टू-लेन सडक पर डिवाइडर नहीं है। डिवाइडर के अभाव में टू-लेन सडक पर वाहनों की दिशा और रफ्तार दोनों अनियंत्रित रहते है। इसी वजह से रोजाना वाहन चालकों को ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। विजय बचले, का कहना है कि डिवाइडर बनने से रोजाना जो हादसे हो रहे थे, उनमें काफी हद तक कमी आयेगी। डिवाइडर से शहर का ट्रॉफिक व्यवस्थित होगा और सौंदर्यीकरण भी बढ़ेगा। इसके लिए शहरवासी लंबे समय से मांग भी कर रहे थे। अब पीडब्ल्यूडी के निर्णय के बाद लोगों में सडक़ के बीचोबीच डिवाइडर बनेगे। इस निर्णय से लोगों ने खुशी जाहिर की है।
बाजार वाले दिन होती है ज्यादा परेशानी
बैतूल-बांसखापा टू-लेन सडक़ आमला शहर के बस स्टैंड से रतेड़ा रोड होते हुए बांसखापा पहुंचती है। इसी सडक़ किनारे जनपद चौक से बस स्टैंड के बीच साप्ताहिक बाजार भी लगता है। जिससे प्रति सप्ताह यातायात व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो जाती थी। बस स्टैंड से रतेड़ा रोड तक सबसे ज्यादा ट्रॉफिक रहता है और इन स्थानों पर लोगो को परेशानी होती है। डिवाइडर नहीं होने से वाहन चालक भी गलत दिशा से वाहन चलाते है। यहीं वजह है कि शहरवासियों को डिवाइडर की कमी खलती थी। कई बार तो इसी सडक़ पर वाहनों की गलत दिशा के कारण हादसे भी हो चुके है।
निर्माण में शामिल थे डिवाइडर, किन्तु नहीं बने
बैतूल से बांसखापा तक 129 करोड़ से 72 किमी टू-लेन सडक का निर्माण हुआ है। इसमें शहर में सडक के बीचोंबीच डिवाइडर बनाया जाना था और एस्टीमेट में डिवाइडर निर्माण भी शामिल था, लेकिन ठेकेदार ने डिवाइडर नहीं बनाये थे। डिवाइडर के लिए सडक के बीचोंबीच जगह छोड़ दी थी। लेकिन ट्रॉफिक बढ़ते ही वाहन चालकों को डिवाइडर की कमी खलने लगी। डिवाइडर नहीं बनने से दुकानदारों ने दुकाने सडक तक फैला ली। जिसके कारण ट्रॉफिक जाम और आवागमन के दौरान लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बढ़ेगा शहर का सौंदर्यीकरण
डिवाइडर बनने से शहर का सौंदर्यीकरण भी बढ़ेगा। पहले बेतरतीब ट्रॉफिक व्यवस्था के कारण शहर व्यवस्थित नहीं लगता था। लोगों को जाम के बीच से वाहन निकालने पड़ते थे। ऐसे में सडक पर डिवाइडर की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। सागर चौहान का कहना है कि डिवाइडर के बीच पौधो रोपण और स्ट्रीट लाइट लगने से शहर का सौंदर्यीकरण बढ़ेगा। इसके साथ ही जो दुकानें सडक़ तक आ गई है, वह भी पीछे हट जायेगी। इससे आवागमन में परेशानियों से निजात मिलेगी। फिलहाल पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सडक़ के बीच डिवाइडर बनवाये जाने के निर्णय से लोगों में खुशी है।
इनका कहना…सीसी सडक़ पर बस स्टैंड से लेकर रतेड़ा रोड तक डिवाइडर लगाने के लिए उपयंत्री को सडक़ की लंबाई-चौड़ाई एवं स्टीमेट बनाए जाने के निर्देश दिए है। जल्द ही डिवाइडर लगाने की शरुआत की जाएगी।
राजेश राय, एसडीओ
पीडब्ल्यूडी मुलताई