बैतूल एसपी की अनूठी पहल जूनावानी के स्कूली बच्चों के साथ मनाई गई खुशियों भरी दीपावली
✓बैतूल एसपी की अनूठी पहल जूनावानी के स्कूली बच्चों के साथ मनाई गई खुशियों भरी दीपावली
✓बच्चों के साथ जलाएं अनारदाने और फुलझडियां
परिधि न्यूज बैतूल
जिले के पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन द्वारा पुलिस मुख्यालय भोपाल से प्राप्त निर्देशों के अनुपालन में समाज से जुड़ाव और जन-मैत्री पुलिसिंग की भावना को साकार करते हुए ग्राम जूनावानी (थाना बैतूल बाजार) स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में बच्चों के साथ दीपावली पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बैतूल श्रीमती कमला जोशी, एसडीओपी बैतूल सुनील लाटा, थाना प्रभारी बैतूल बाजार निरीक्षक अंजना धुर्वे, ग्राम सरपंच खिलाड़ी लाल गंगोड, प्राथमिक शाला के हेड मास्टर सोहनलाल सलामे एवं शिक्षकगण, सचिव पप्पू जी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता विमला अतुलकर, बैतूल बाजार का थाना स्टाफ और अन्य गांव वाले तथा 50 से अधिक छात्र-छात्राएं एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक श्री जैन ने बच्चों के साथ फुलझड़ियाँ और अनारदाने जलाकर दीपावली की खुशियाँ साझा कीं। उन्होंने बच्चों को सुरक्षित रूप से दीपावली मनाने, आतिशबाजी के दौरान सावधानी बरतने तथा पर्यावरण अनुकूल तरीके से पर्व मनाने की सलाह दी।
श्री जैन ने बच्चों को मेहनत और लगन से अध्ययन करने, अपने माता-पिता एवं समाज का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित किया।श्री जैन ने कहा कि “हर बच्चे को अपने भीतर के उजाले को पहचानकर अपने भविष्य को रोशन करने की दिशा में निरंतर प्रयास करना चाहिए।”कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक ने ग्राम सरपंच से स्थानीय समस्याओं पर चर्चा की और उनके समाधान हेतु आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया। साथ ही, विद्यालय के प्राचार्य से शैक्षणिक सुविधाओं के संबंध में जानकारी लेकर जिला प्रशासन के सहयोग से विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता और संसाधनों में सुधार हेतु मदद का भरोसा दिलाया।
पुलिस अधीक्षक बैतूल की यह पहल पुलिस और समाज के बीच आपसी विश्वास एवं सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।
सुरक्षित एवं पर्यावरण अनुकूल दीपावली मनाने की अपील
पुलिस अधीक्षक बैतूल ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे सुरक्षित, स्वच्छ और शांतिपूर्ण दीपावली मनाएँ
👉 बच्चों को पटाखों से दूर रखकर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें।
👉पर्यावरण की रक्षा हेतु कम धुआँ और कम आवाज़ वाले पटाखों का उपयोग करें।
👉 दुर्घटनाओं से बचने के लिए खुले स्थानों पर ही आतिशबाज़ी करें।
👉बुज़ुर्गों, पशुओं और पर्यावरण की संवेदना का सम्मान करें।
👉सुरक्षित दीपावली — खुशहाल समाज की निशानी है।”*