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आदि कर्मयोगी अभियान से जिले के 554 जनजातीय बाहुल्य ग्रामों की बदलेगी तस्वीर

✓आदि कर्मयोगी अभियान से जिले के 554 जनजातीय बाहुल्य ग्रामों की बदलेगी तस्वीर

✓15 नवंबर तक जनजातीय बाहुल्य ग्रामों में संचालित सभी योजनाओं में शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल की जाएगी

✓जनजातीय बाहुल्य ग्रामों के विकास के लिए बनेगा विजन प्लान-2030

✓जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर 25 से 28 अगस्त तक देगे प्रशिक्षण

✓कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने प्रेस वार्ता में पत्रकारों को अभियान की दी जानकारी

परिधि न्यूज बैतूल 

भारत सरकार जनजातीय कार्य मंत्रालय के निर्देशानुसार  जिले में प्रारंभ किए गए “आदि कर्मयोगी” अभियान को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेस वार्ता आयोजित की गई। कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि जिले के जनजातीय बाहुल्य ग्रामों में सुशासन का प्रभावी सिस्टम लागू करने, इन क्षेत्रों में योजनाओं की सेचुरेशन, विकास कार्यों की जन आधारित प्लानिंग और समस्याओं का स्थानीय स्तर पर ही निराकरण किए जाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा आदि कर्मयोगी अभियान शुरू किया गया है। जनजातीय क्षेत्रों में जनहितैषी योजनाओं और विकास कार्यों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आदि कर्मयोगी अभियान केंद्र सरकार की अभिनव पहल है। इस अभियान से जिले के 554 जनजातीय बाहुल्य ग्रामों की तस्वीर बदलेगी। इस अभियान में राष्ट्रीय मिशन विशेष रूप से पीएम जनमन और धरती आबा योजना के माध्यम से जमीनी स्तर पर जनजातीय वर्ग में अमूलचूल परिवर्तन आएगा।

जिले के ग्रामों में आदि सेवा केंद्र होंगे स्थापित

कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने बताया कि आदि कर्मयोगी, आदि सहयोगी तथा आदि साथी के माध्यम से अभियान क्रियान्वित होगा। जिले के विभिन्न विकास संबंधी विभागों के जिला, ब्लॉक एवं पंचायत स्तरीय कर्मचारी आदि कर्मयोगी होंगे। इसी प्रकार ग्रामों के स्थानीय अध्यापक, चिकित्सक एवं युवा आदि सहयोगी कहलाएंगे जिनका चयन ग्रामीणों द्वारा किया जाएगा। इसी प्रकार क्षेत्रीय स्व सहायता समूह की महिलाएं जनजातीय वर्ग के बुजुर्ग एवं वालंटियर का आदि साथी के रूप में चयन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आदि कर्मयोगी अभियान के तहत 15 नवंबर 2025 तक जनजातीय बाहुल्य ग्रामों में योजनाओं का शत प्रतिशत सेचुरेशन, ग्रामीण स्तरीय विजन प्लान-2030 का निर्माण, योजनाओं की जानकारी एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए आदि सेवा केन्द्र की स्थापना एवं इन क्षेत्रों में एक घंटे की साप्ताहिक जनसुनवाई किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि अभियान के क्रियान्वयन के लिए जिला स्तरीय नोडल अधिकारी सीईओ जिला पंचायत होंगे एवं समस्त सीईओ जनपद ब्लॉक स्तरीय नोडल अधिकारी रहेंगे एवं ग्राम पंचायत स्तर पर सचिव को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

प्रति सप्ताह अभियान की होगी नियमित समीक्षा: सीईओ श्री जैन

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अक्षत जैन ने बताया कि जिला स्तर पर अभियान के क्रियान्वयन के लिए 7 जिला स्तरीय एवं प्रत्येक विकासखंड में 5 मास्टर ट्रेनर्स का चयन किया गया है। इसके अलावा अभियान में गैर सरकारी संगठन भी शामिल रहेंगे, जो फील्ड पर काम करेंगे। उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स द्वारा राज्य स्तर पर आयोजित प्रशिक्षण में प्रशिक्षण प्राप्त किया गया है। उक्त मास्टर ट्रेनरों द्वारा  25 अगस्त से 28 अगस्त तक ब्लॉक स्तरीय मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके बाद ब्लॉक स्तरीय मास्टर ट्रेनर अपने अधीनस्थ को ट्रेनिंग देंगे।  प्रशिक्षण के पश्चात दल में शामिल सहयोगी और साथी  विभिन्न ग्रामों का भ्रमण कर ग्राम में विकास की प्लानिंग बनाएंगे। उन्होंने बताया कि 15 नवंबर जनजातीय गौरव दिवस तक अभियान में शत प्रतिशत उपलब्धि हासिल की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभियान अंतर्गत ट्रेनिंग के उपरांत जिला स्तर पर प्रति सप्ताह अभियान की नियमित समीक्षा की जाएगी।

जनजातीय परिवारों को विभिन्न योजनाओं से किया जाएगा लाभान्वित

उन्होंने बताया कि आदि कर्मयोगी अभियान के तहत बैतूल जिले के 554 गांवों को शामिल किया गया है। जिनमें जनपद पंचायत भीमपुर के 109 ग्राम, भैंसदेही के 71 ग्राम, आठनेर के 51 ग्राम, बैतूल के 62 ग्राम, चिचोली के 42, घोडाडोगरी के 86, शाहपुर के 66 ग्राम, मुलताई 9 ग्राम, प्रभात पटटन के 26 ग्राम एवं आमला के 32 ग्राम सम्मिलित है। योजना का उद्देश्य चयनित जनजातीय बाहुल्य ग्रामों में जनजातीय परिवारों के लिए 18 विभागों मंत्रालयों की 25 योजनाओं मकान, सड़क, पेयजल, होमस्टे, विपणन केंद्र, उज्ज्वला योजना, मोबाइल, मेडिकल यूनिट, आंगनबाड़ी, पोषण वाटिका, आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड, छात्रावास, बिजली एवं सोलर कनेक्शन, 4जी मोबाइल कनेक्टिविटी, राशन कार्ड, पीएम जनधन योजना, सुकन्या समृ‌द्धि योजना, जाति प्रमाण-पत्र, पीएम किसान कार्ड से शत-प्रतिशत संतृप्ति की जाकर जनजातीय समुदायों की सामाजिक आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है। कार्य के सफल क्रियान्वयन के लिए चयनित ग्रामों की, बसाहटों में व्यक्ति हितग्राहीमूलक एवं अधोसंरचना संबंधी सर्वे के लिए ग्रामवार पंचायत सचिव, पीसीओ, रोजगार सहायक, उपयंत्री, शिक्षक, पटवारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, ग्राम सर्वे दल का गठन जिला स्तर से किया गया है।

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