✓साकार हुई अटल घोषणा अंधेरा हटा…सूरज निकला…कमल खिला
✓बैतूल में भाजपा के संघर्ष और सफलता का सफरनामा
✓साकार हुई अटल घोषणा अंधेरा हटा…सूरज निकला…कमल खिला
✓बैतूल में भाजपा के संघर्ष और सफलता का सफरनामा
भाजपा 46 वा स्थापना दिवस सप्ताह विशेष
परिधि न्यूज बैतूल
भारत को एक समर्थ राष्ट्र बनाने के लक्ष्य के साथ भाजपा का गठन 6 अप्रैल, 1980 को नई दिल्ली के कोटला मैदान में आयोजित एक कार्यकर्ता अधिवेशन में किया गया, जिसके प्रथम अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी निर्वाचित हुए। अपनी स्थापना के साथ ही भाजपा ने अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं लोकहित के विषयों पर मुखर रहते हुए भारतीय लोकतंत्र में अपनी सशक्त भागीदारी दर्ज की तथा भारतीय राजनीति को नए आयाम दिए। 6 अप्रैल 1980 को जब भाजपा के प्रथम अध्यक्ष अटल बिहारी बाजपेयी ने जब कार्यकर्ता अधिवेशन में घोषणा की कि-अंधेरा हटेगा…सूरज निकलेगा..कमल खिलेगा ..इस ऐतिहासिक घोषणा के बैतूल जिले आठ नेता प्रत्यक्ष रुप से साक्षी बने थे। जिले से सुभाष आहूजा, जितेन्द्र कपूर, लक्ष्मीनारायण लच्छू राठौर, राजेन्द्र सिंह चौहान केंडू बाबा, अज्जू भार्गव इस अधिवेशन में बैतूल जिले से शामिल होने पहुंचे थे। जिले में भारतीय जनता पार्टी के सफरनामें पर नजर डाले तो भाजपा का अतीत से वर्तमान तक का सफर जिले में भी संघर्ष और सफलता की राहों पर अग्रसर रहा है। भारतीय जनता पार्टी के पहले जिला अध्यक्ष बनने का गौरव भगवत सिंह ठाकुर को प्राप्त हुआ। 1980 से अब तक बैतूल में 15 जिला अध्यक्षों का कार्यकाल रहा, जिनमें पूर्व सांसद स्व विजय कुमार खण्डेलवाल को जिला भाजपा का दो बाद अध्यक्ष निर्वाचित होकर नेतृत्व करने का अवसर मिला।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भारतीय जनता युवा मोर्चा, भाजपा महिला मोर्चा,भारतीय मजदूर संघ, भाजपा किसान मोर्चा आदि शाखाओं के माध्यम से हर वर्ग तक पहुंचकर भाजपा मजबूत हुई। भाजपा ने 6 अप्रैल से 13 अप्रैल 2025 तक 46वें स्थापना दिवस का उत्सव मनाया। पार्टी की उपलब्धियों एवं संघर्ष को याद करते हुए इस एक सप्ताह में भाजपा के हर कार्यकर्ता ने अतीत को याद करते हुए भविष्य में पार्टी को और अधिक मजबूत बनाने का संकल्प लिया।
भाजपा के जिलाध्यक्ष कब से कब तक
1. श्री भगवतसिंह ठाकुर- 1980 – 1983
2. श्री विजय कुमार खण्डेलवाल- 1983 – 1983
3. श्री मोतीलाल पटेल- 1983 – 1986
4. श्री रामचरित्र मिश्रा- 1986 – 1990
5. विजय कुमार खण्डेलवाल- 1990 – 1993
6. श्री राजा ठाकुर- 1993 – 1996
7. श्री शिवप्रसाद राठौर- 1996 – 2004
8. श्री अलकेश आर्य- 2004 – 2006
9. श्री जितेन्द्र वर्मा- 2006 – 2010
10 श्री हेमंत खण्डेलवाल- 2010 – 2013
11 श्री अनिल सिंह ठाकुर- 2013 – 2016
12 श्री जितेन्द्र कपूर 2016 – 2018
13 श्री बसंत बाबा माकोड़े 2018 – 2020
14 श्री आदित्य बबला शुक्ला 2020 – 2024
15 श्री सुधाकर पवार 2024- वर्तमान
1980 के चुनाव में जीती थी तीन सीटे
वर्ष 1980 में जिले में 6 विधानसभा सीटे थी। भारतीय जनता पार्टी ने स्थापना वर्ष में ही जिले में 6 मे से तीन सीटे जीत ली थी। बैतूल में माधव गोपाल नासेरी, घोड़ाडोंगरी में रामजीलाल उईके एवं भैंसदेही में केसर सिंह चौहान भाजपा से पहले विधायक निर्वाचित हुए। भाजपा ने कार्यकर्ताओं को हमेशा परिवार ही माना और सबका साथ-सबका विकास के ध्येय को सार्थकता प्रदान की। 1980 में भाजपा के सामान्य सदस्य बनने के लिए सदस्यता शुल्क 2 रुपए था,जबकि सक्रिय सदस्य 100 रुपए में बनते थे, सक्रिय सदस्यों के घर प्रत्येक माह कमल संदेश मासिक पत्रिका पहुंचती थी। वर्ष 1989 में भाजपा ने तत्कालीन जिला अध्यक्ष रामचरित मिश्रा के नेतृत्व में लोकसभा जीतकर इतिहास रचा। आरिफ बेग ने कांग्रेस के असलम शेर खान को हराकर भाजपा को पहली जीत दिलाई थी।
दो बार अध्यक्ष रहे विजय कुमार खण्डेलवाल
1980 से 2024 तक भाजपा के 15 अध्यक्ष निर्वाचित हुए, इनमें दो बाद अध्यक्ष बनने का गौरव स्व. विजय कुमार खण्डेलवाल को प्राप्त हुआ। वे भाजपा के विकास पुरुष एवं राजनीति के पुरोधा के रुप में जाने जाते है। प्रदेश भाजपा में कोषाध्यक्ष रहे श्री खण्डेलवाल ने 1996 के चुनाव में लोकसभा सीट जीतने के बाद 1998, 1999 एवं 2004 के चुनाव में जीत दर्ज कराकर अजेय होने का भी गौरव हासिल किया। पूर्व सांसद विजय खण्डेलवाल को राजनीतिक, सामाजिक एवं व्यवसायिक क्षेत्र में बाबूजी कहकर ही आज भी सम्मान दिया जाता है। वर्ष 2008 में उनके निधन के बाद उनके बेटे हेमंत खण्डेलवाल ने उपचुनाव में लोकसभा सीट जीतकर पिता की विरासत को संभाला। इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता शिवप्रसाद राठौर ने 1996 से 2004 तक, अलकेश आर्य ने 2004 से 2006 तक और जितेन्द्र वर्मा ने 2006 से 2010 तक भाजपा को बतौर जिला अध्यक्ष मजबूती प्रदान की।
अंतिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं की चिंता में दीनदयाल रसोई
आदिवासी बाहुल्य, भौगोलिक रुप से असमान तथा यातायात के अपर्याप्त साधनों वाले जिले में जब किसी कार्यक्रम या बैठकों में दूरस्थ अंचलों के कार्यकर्ता पहुंचते थे तो उनके रुकने एवं भोजन की व्यवस्था को लेकर हमेशा जिला अध्यक्ष रहते हुए विजय कुमार खण्डेलवाल चिंतित रहे। बाबूजी के इस सपने को मूर्त रुप उनके बेटे हेमंत खण्डेलवाल ने भाजपा जिला अध्यक्ष बनने के बाद दिया। कार्यकर्ताओं के रुकने एवं उन्हें बहुत ही कम दर पर भोजन उपलब्ध हो सके इस मंशा से भोजन शाला की शुरुआत हुई। बैतूल से हुई इस शुरुआत को बाद में मप्र शासन ने प्रत्येक जिले में दीन दयाल रसोई के रुप में स्थापित किया जहां जरुरतमंदों का पांच से दस रुपए में भोजन उपलब्ध कराया जाता है। 2010 से 2013 तक हेमंत खण्डेलवाल ने जिला भाजपा अध्यक्ष की बागडोर संभाली और जनता और कार्यकर्ताओं को असुविधा न हो इसलिए उन्होंने जनप्रतिनिधियों को सप्ताह में एक दिन बैठने एवं उनका साप्ताहिक टाईम टेबल कार्यालय में लगाने की व्यवस्था बनाई।
…और कुशाभाऊ ठाकरे भवन बन गया विजय भवन
इसे विडम्बना ही कहेंगे कि वर्ष 2000 में प्रदेश में कांगे्रस की सरकार ने प्रत्येक जिले में राजनीतिक पार्टियों को कार्यालय बनाने के लिए भूमि का आबंटन किया। आज तक भले ही जिले में कांगे्रस अपना कार्यालय नहीं बना पाई हो लेकिन कांगे्रस राज में भाजपा को आबंटित भूमि पर विजय भवन मजबूती से खड़ा है। जिस समय यह भूमि भाजपा को आबंटित की गई थी उस वक्त जिला अध्यक्ष पूर्व विधायक शिवप्रसाद राठौर थे। अलकेश आर्य के जिला अध्यक्ष रहते हुए भवन निर्माण शुरु किया गया। जिले में भाजपा के कार्यालय का नाम कुशाभाऊ ठाकरे भवन रखने की तैयारी पूरी हो चुकी थी, 13 नवंबर2007 सांसद विजय कुमार खण्डेलवाल के निधन से राजनीतिक गलियारों में मायूसी थी। इधर भाजपा कार्यालय का नाम कुशाभाऊ ठाकरे भवन रखा जाना था। लोकार्पण कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय संगठन मंत्री सौदान सिंह, प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे, लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेतृत्व ने पार्टी के प्रति स्व. विजय कुमार खण्डेलवाल के समर्पण को सम्मान देते हुए भाजपा कार्यालय का नाम कुशाभाऊ ठाकरे भवन न रखते हुए विजय भवन रखा। लोकार्पण के बाद विजय भवन में ही अब भाजपा के प्रत्येक कार्यक्रम, सम्मेलन, कार्यशाला, प्रशिक्षण एवं कार्ययोजना तैयार होती है।
आदित्य के बाद सुधाकर पर भरोसा
भाजपा के जिलाध्यक्षों की बात करें तो पार्टी में किसान, व्यवसायी, राजनीतिज्ञ, उद्यमी अध्यक्ष रहे। पिछले चार साल तक युवा नेता बबला शुक्ला ने भाजपा को नए आयाम दिए। उनके नेतृत्व में त्रिस्तरीय चुनावों में भाजपा ने जीत हासिल की 2023 के चुनाव में पांचों विधानसभाओं पर भाजपा ने जीत का परचम लहराया और लोकसभा चुनाव-2025 जीतकर दूसरी बार सांसद बने डीडी उईके ने बैतूल का मान पूरे देश में केन्द्रीय राज्य मंत्री जनजातीय मामले बनकर बढ़ाया। 15 जनवरी 2025 से भाजपा की कमान युवा एवं अनुभवी नेता, जिला भाजपा महामंत्री, बैतूल बाजार नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष एवं गायत्री परिवार से जुडे कुशाग्र अधिवक्ता सुधाकर पंवार के हाथ में है। वरिष्ठ नेतृत्व के मार्गदर्शन और युवाओं के जोश का सही दिशा में उपयोग करते हुए भाजपा को और अधिक मजबूत बनाने के लिए वे संकल्पित है।