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23 साल में पहली बार दो देशों की सीमा पर पहुंचेगा राष्ट्र रक्षा मिशन

बैतूल-सिहोर से 24, आंध्रप्रदेश के 6 सदस्यों का चयन, लिंगडम सिक्किम में तैनात सैनिकों के साथ मनाएंगे रक्षा बंधन

23 साल में पहली बार दो देशों की सीमा पर पहुंचेगा राष्ट्र रक्षा मिशन

बैतूल-सिहोर से 24, आंध्रप्रदेश के 6 सदस्यों का चयन

बैतूल। सिक्किम प्रांत नेपाल और भूटान देश की सीमा पर स्थित है। यदि संभव हुआ तो इस वर्ष बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति का राष्ट्र रक्षा मिशन दल 11 एवं 12 अगस्त को देश की दो अंतराष्ट्रीय सीमाओं पर तैनात जवानों के साथ रक्षाबंधन मनाएंगा। यह समिति के लिए गर्व की बात है कि 23वें वर्ष में भारत के ऐसे प्रांत में पहुंच रही है जहां दो देशों की सीमाएं है साथ ही एक ऐसे शहीद सैनिक का मंदिर भी है जिनकी आत्मा देश की सुरक्षा के लिए प्रतिपल तैनात है। समिति सचिव भारत पदम ने बताया कि इस वर्ष राष्ट्र रक्षा मिशन-2022 के लिए 30 सदस्यीय दल के चयन की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है।
यहा होंगें राष्ट्र रक्षा मिशन-2022 में शामिल


बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति के राष्ट्र रक्षा मिशन-2022 में बैतूल, सिहोर एवं आंध्रप्रदेश के करनूल से 30 सदस्य शामिल होंगे। समिति अध्यक्ष गौरी पदम के नेतृत्व में 29 सदस्य गंगटोक पहुंचेंगे। 11 व 12 अगस्त को पारंपरिक रुप से आईटीबीपी के करीब एक हजार जवानों के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा। दल में श्रीमती गौरी पदम सहित, भारत पदम, ईश्वर सोनी, नीलम वागद्रे, रेणुका रत्नपारखी प्रभात पट्टन, मधु परमार, सीमा परमार सिहोर, हर्षलता खाकरे, पूर्वी वागद्रे, प्रज्ञा झगेकर, वैष्णवी धाड़से, प्रिया निर्मले, सुहानी निर्मले, प्रीती सोनी, रेखा अतुलकर, प्रचिति कमाविसदार, मेहरप्रभा परमार, आकृति परमार, नव्या अतुलकर, अरुण सूर्यवंशी, नीलेश उपासे, वंश कुमार पदम, प्रदीप निर्मले, हर्षित पंडागे्र शामिल है। इसके अलावा आंध्रप्रदेश से नृत्य ज्योति फाईन आर्ट एसोसिएशन के संचालक एवं बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति के संयोजक के वी भार्गव के नेतृत्व में 5 सदस्य शामिल होंगे।
दो देशों की सीमा पर स्थित है सिक्किम 


सिक्किम नेपाल और भूटान की सीमा पर स्थित है। 19वीं शताब्दी में गंगटोक को यहां की राजधानी बनाया गया था। यह सिक्किम के दक्षिणी भाग में स्थित है। गंगटोक शहर रानीपुल नदी के तट पर बसा हुआ है। इस शहर से पूरी कंचनजंघा श्रेणी को देखा जा सकता है। यहाँ के लोग कंचनजंघा को देवी के रूप में पूजते हैं। इस शहर में वर्ष भर वर्षा होती है। गंगटोक भारत के उत्तर-पूर्व में स्थित सिक्किम की राजधानी है। यह पूर्वोत्तर भारत में 1,700 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। सिक्किम अपने ऐतिहासिक मठों तथा प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। गंगटोक देश के प्रमुख महत्त्वपूर्ण हिल स्टेशनों में एक है। यह शहर पारम्?परिकता और आधुनिकता का मिश्रण है। गंगटोक समुद्र तल से 1,547 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां बौद्ध धर्म से संबंधित बहुत-से महत्वपूर्ण स्थान हैं। गौरतलब है कि राष्ट्र र क्षा मिशन का दल 10 अगस्त को गंगटोक पहुंचेगा और लिंगडम में आईटीबीपी के जवानों के साथ रक्षाबंधन मनाएगा।

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