जियो टेक्सटाइल पद्धति से नर्मदा को करेंगे बनस्पति से अच्छादित, रोकेंगे कटाव,बचाऐंगे मिट्टी….
नर्मदापुरम। जन अभियान परिषद् नर्मदापुरम् जिले में टी. एन. सी के सहयोग से यह कार्य करेगा।यह एक तरह की मिट्टी के कटाव को रोकने और पथरीली या चट्टानों वाली जमीन पर पौधों को रोपने की नवीन पद्धति है। इसके माध्यम से एक और ढलान वाले स्थान से तेज बर्षा के साथ प्रति वर्ष बहने वाली मिट्टी को कटने से रोका जा सकता है वहीं दूसरी और इससे ढलानों और पथरीली जगह ( पहाड़ी और नदियों के किनारों पर) पर पौधरोपण सम्भव हुआ है।
इसमें सबसे पहले जगह की सफाई कर उसकी पथरीली परत को हल्का खोदकर तैयार करते हैं और फिर उस पर जूट या नारियल की भूसी से बने कार्बनिक कपड़ों (कायर फाइबर) भूमि वस्त्र का जाल बिछाया जाता है। (कायर फाइबर या जूट के आपसी जुड़ाव के कारण यह पानी को अवशोषित कर अवशयकता से अधिक जल को बाहर निकाल देता है। अतिरिक्त जल तेजी से नहीं निकलता, इसलिये मिट्टी नहीं कटती। तत्पश्चात इसमें पौधे लगाये जाते है।
दो-तीन सालों में जूट या फाइबर सड़कर मिट्टी में मिल जाता है, तब तक पौधे बड़े हो जाते हैं, घास आने लगती है और इनकी जड़ें मिट्टी को थामने लगती है। भू-स्खलन और खनन से प्रभावित इलाकों में भी यह उपयोगी है।