एक वर्ष में बाल विवाह मुक्त बैतूल बनाने का संकल्प
✓एक वर्ष में बाल विवाह मुक्त बैतूल बनाने का संकल्प
✓प्रदीपन वर्ष भर चलाएगी जागरूकता अभियान
परिधि न्यूज बैतूल

‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान के 27 नवंबर को प्रदीपन संस्था ने जिला कलेक्टर कार्यालय मे अपर कलेक्टर वंदना जाट के नेतृत्व मे बाल विवाह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। अपर कलेक्टर द्वारा कलेक्टर सभा कक्ष मे अधिकारी एवं कर्मचारियों को बाल विवाह के विरोध में शपथ दिलवाई।जिसमे मुख्य रूप से गौतम अधिकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग से प्रकाश माकोड़े,समाजसेवी गौरी बालापुरे पदम, चन्द्प्रभा चौकीकर,दर्शना सोलंकी, आशा कार्यकर्ता शामिल रहे।

इसके साथ ही संस्था ने पी एम श्री कन्या माध्यमिक विद्यालय ,शा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैतूल बाजार, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भारत भारती ग्रामीण समुदायों और अन्य संस्थानों में जागरूकता कार्यक्रम किये और पूरे जिले में जगह-जगह बाल विवाह के खिलाफ शपथ समारोह आयोजित किए। जिसमे 3500 लोगो को बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलवाई।प्रदीपन ने जनसमुदाय को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के प्रावधानों के बारे में भी जागरूक किया और उन्हें समझाया कि कानून के अनुसार बाल विवाह में किसी भी तरह से शामिल होने या सहायता करने वालों जिसमें शादी में आए मेहमान, कैटरर्स, टेंट वाले, बैंड वाले, सजावट वाले या बाल विवाह संपन्न कराने वाले पुरोहित, सभी को इस अपराध को बढ़ावा देने के जुर्म में सजा हो सकती है। प्रदीपन की निदेशक रेखा गुजरे ने कहा, “यह 100 दिवसीय गहन अभियान देश की दिशा बदलने वाला साबित होगा और हमें प्रधानमंत्री के विकसित भारत के लक्ष्य के करीब लाएगा। सदियों से हमारी बेटियों को अवसरों से वंचित किया गया है और विवाह के नाम पर उन्हें अत्याचार, शोषण और बलात्कार की ओर धकेला गया है।

जन प्रतिनिधियों, सरकारी विभागों, कानून लागू करने वाली एजेंसियों और समुदायों का अभूतपूर्व तरीके से एक साथ आना, बाल विवाह के खात्मे के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता और प्रयासों को नई ऊर्जा व रफ्तार देगा। इस समन्वय और सामूहिक संकल्प से हम जिले को साल भर के भीतर बाल विवाह मुक्त बनाने के प्रति आश्वस्त हैं और अब इस अपराध को छिपने के लिए कहीं भी जगह नहीं मिलेगी।” उन्होंने कहा कि बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए देश के सबसे बड़े नेटवर्क जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन के सहयोगी संगठन के रूप में बैतूल की सामाजिक संस्था प्रदीपन कार्यरत है।
तीन चरणों में अभियान
सौ दिन के इस गहन जागरूकता अभियान को तीन चरणों में बांटा गया है और इसका आखिरी चरण 8 मार्च 2026 को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर समाप्त होगा। इसका पहला चरण 31 दिसंबर तक चलेगा जिसमें स्कूलों, कालेजों और अन्य शिक्षण संस्थानों में जागरूकता के प्रसार पर जोर रहेगा। एक जनवरी से 31 जनवरी के बीच दूसरे चरण में मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे जैसे धार्मिक स्थलों पर जहां विवाह संपन्न कराए जाते हैं, बैंक्वेट हाल, और बैंड वालों जैसे विवाह में सेवाएं देने वालों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। तीसरा और आखिरी चरण 8 मार्च तक चलेगा। इसमें बाल विवाह की रोकथाम के लिए ग्राम पंचायतों, नगरपालिका के वार्डों और समुदाय स्तरीय भागीदारी पर प्रमुखता से ध्यान दिया जाएगा।