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अवैध वसूली के मामले में चुप्पी किसी तूफान का संकेत तो नहीं..!

✓ कारण बताओ नोटिस का जवाब…साहब का आदेश था वही माना

✓अवैध वसूली के मामले में चुप्पी किसी तूफान का संकेत तो नहीं..!
परिधि न्यूज बैतूल

भीमपुर विकासखंड के रातामाटी क्षेत्र में नायब तहसीलदार बसंत बरखानिया की गाड़ी से कोटवार, ड्राइवर, बाबू एवं स्वयं नायब तहसीलदार द्वारा अवैध वसूली की चर्चाएं तूल पकड़ रही है। परिधि न्यूज द्वारा इस संबंध में पूर्व में समाचार प्रसारित कर नायब तहसीलदार की गाड़ी का उपयोग कर अवैध खनिज परिवहन करने वाले वाहनों से अवैध वसूली के खेल को उजागर किया था। 1 अक्टूबर की रात भी एक डम्फर को रोककर अवैध वसूली की गई। फोन पे पर 20 हजार रुपए कोटवार उमेश बामने के नंबर पर आने और फिर उस राशि को कुछ ही घंटों में वापस करने का पूरा घटनाक्रम भी उजागर हो चुका है। अपने आपको बेदाग रखने के लिए भले ही बरखानिया साहब छोटे कर्मचारियों को मोहरा बनाने की कोशिश कर रहे है लेकिन इस मामले में जिले के तेज-तर्रार और ईमानदार कलेक्टर से बड़ी मछलियों पर कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।

अवैध वसूली के मामले में स्थिति आईने की तरह उस वक्त साफ हो गई जब कोटवार बामने के वायरल वीडियों में यह साफ हो गया कि वे नायब तहसीलदार के साथ ही रातामाटी पहुंचे थे। उनके साथ तहसील में पदस्थ बाबू मोहित खेड़ले एवं भृत्य भी था। जब नायब तहसीलदार ने कोटवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया उसके अगले ही दिन उमेश बामने का वीडियो भी सामने आ गया।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोटवार बामने ने नोटिस का जवाब भी कुछ यही दिया है कि नायब तहसीलदार के मौखिक आदेश पर वह उन्हीं के साथ रातामाटी उन्हीं की गाड़ी से गए थे। पैसों के लिए डम्फर मालिक को नायब तहसीलदार ने ही बामने का नंबर भी दिया था, और उन्हीं के कहने के बाद फोन पे पर सुरेन्द्र यादव डम्फर मालिक से प्राप्त हुई 20 हजार रुपए राशि वापस भी कर दी गई। कोटवार को मिले कारण बताओ नोटिस को लेकर चर्चाएं है कि बाबू, कोटवार और भृत्य भला कैसे नायब तहसीलदार की गाड़ी का उपयोग उनकी मर्जी के बिना कर सकते है। इस पूरे मामले में नायब तहसीलदार बरखानिया, एसडीएम अजीत मरावी मीडिया से दूरी बना रहे है। अब उम्मीद यही की जा रही है कि कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी हस्तक्षेप कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई कर सकते है।

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