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उत्तर वनमण्डल में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, लाखों का सागौन जब्त, तीन माफिया धराए

सीसीएफ और डीएफओ के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई, जीरो टॉलरेंस नीति का असर

✓उत्तर वनमण्डल में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, लाखों का सागौन जब्त, तीन माफिया धराए
✓सीसीएफ और डीएफओ के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई, जीरो टॉलरेंस नीति का असर
परिधि न्यूज बैतूल

उत्तर वनमण्डल में वन विभाग की टीम ने मंगलवार को अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। मुख्य वन संरक्षक वासु कनोजिया के निर्देश और उत्तर वनमण्डल डीएफओ नवीन गर्ग के मार्गदर्शन में हाल ही में पदस्थ परिवीक्षाधीन आईएफएस अधिकारी रमेश चन्द्र मीणा की अगुवाई में की गई इस कार्रवाई ने वन माफियाओं में हड़कंप मचा दिया है।जानकारी के मुताबिक परिक्षेत्र रानीपुर में 25 और 26 अगस्त को बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया। इस अभियान में बैतूल, शाहपुर, भौरा, सारणी और रानीपुर परिक्षेत्र के 60 से अधिक वन अधिकारियों और कर्मचारियों की संयुक्त टीम शामिल रही। इस दौरान हजारों रुपए की कीमती सागौन जब्त किया गया और तीन माफियाओं को शिकंजे में लिया गया।दरअसल, 25 अगस्त की रात परिक्षेत्र अधिकारी भौरा एवं रानीपुर की टीम ने केरिया गांव के पास गश्त के दौरान मोटरसाइकिल क्रमांक एमपी-48-एमके-5830 पर अवैध सागौन परिवहन करते हुए अशोक पिता दीना साहू निवासी जाजबोड़ी को पकड़ा था। उसके कब्जे से 0.072 घनमीटर सागौन चरपट बरामद कर वन अपराध प्रकरण दर्ज किया गया। पूछताछ में अशोक ने बताया कि यह लकड़ी उसने जांगड़ा निवासी रामकेश कासदे से खरीदी थी।
सूचना के बाद दी दबिश


इस सूचना के बाद वन विभाग ने बड़ी योजना बनाकर 26 अगस्त को रामकेश कासदे के घर पर दबिश दी। मुख्य वन संरक्षक वासु कनोजिया और वनमण्डलाधिकारी उत्तर बैतूल नवीन गर्ग के निर्देशन में बनी टीम की कमान आईएफएस रमेश चन्द्र मीणा को सौंपी गई। तलाशी में रामकेश के मकान से 0.281 घनमीटर सागौन चरपट जब्त कर उसे गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में रामकेश और अशोक ने अन्य लोगों के नाम भी बताए।इसके बाद दो अलग-अलग दल बनाए गए। एक दल ने जाजबोड़ी निवासी बनवारी पिता अमृतलाल बेलवंशी के घर छापा मारा, जहां से 60 नग अर्धनिर्मित सागौन 0.461 घनमीटर बरामद किया गया। दूसरे दल ने प्रहलाद पिता सुरतलाल आरसे के घर दबिश दी, जहां से 19 नग अर्धनिर्मित सागौन काष्ठ 0.273 घनमीटर जब्त किया गया। दोनों मामलों में भी वन अपराध प्रकरण दर्ज किए गए।
पूछताछ के बाद अन्य तस्करों तक पहुंचेंगे
वन विभाग के अनुसार यह कार्रवाई लगातार हो रही अवैध कटाई और तस्करी के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। जब्त काष्ठ की कीमत लाखों रुपए में आंकी जा रही है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत माफियाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की गहन तलाशी अभियान आगे भी जारी रहेंगे। तीनों आरोपियों से पूछताछ के बाद अन्य तस्करों तक पहुंचने की तैयारी की जा रही है। इस कार्रवाई से क्षेत्र में सक्रिय माफियाओं के हौसले पस्त हुए हैं और ग्रामीणों में वन विभाग की सख्ती को लेकर एक सकारात्मक संदेश गया है।

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