नौनिहालों पर मंडराता खतरा…बारिश के दिनों मे स्कूल की दीवारों और फर्श से लगता है करंट
✓नौनिहालों पर मंडराता खतरा…बारिश के दिनों मे स्कूल की दीवारों और फर्श से लगता है करंट
✓हाइटेंशन लाइन के नीचे स्कूल झनझनाहट से दहशत
✓बच्चों की सुरक्षा के लिए तत्काल लिया जायेगा एक्शन : कलेक्टर
गौरी पदम/मनोहर अग्रवाल परिधि न्यूज
जिले के आदिवासी बाहुल्य भीमपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत चुनालोमा के ताप्ती नदी किनारे बसे मलियाढाना की प्राथमिक शाला की दीवारें बारिश के दिनों में करंट मारती है। दीवारों के साथ सात फर्श पर भी झनझनाहट महसूस होती है।प्राथमिक शाला में पढ़ने वाले बच्चे, शिक्षक और मध्यान्ह भोजन बनाने वाले समूह के सदस्यों का भी कहना है कि बारिश की शुरुआत के साथ ही यह स्थिति बनने लगती है।जिससे कभी कभी बड़े हादसे का डर लगता है।
इस गंभीर मामले में जब जिले के संवेदनशील कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी को अवगत कराया गया तो उन्होंने तत्काल बच्चों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने का आश्वासन दिया।
मलियाढाना की प्राथमिक शाला हाइटेंशन लाइन नीचे बनी हुई है। यह हाइटेंशन लाइन खेड़ी सांवलीगढ़ सब स्टेशन के अंतर्गत है।बरसात के दिनों में यह स्कूल पढ़ने वाले बच्चों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।जब बरसात होते रहती है तो हाइटेंशन लाइन का असर इस स्कूल पर सीधा पड़ता है और टीन की छत में चढ़ चढ़ की आवाज और झनझनाहट से बच्चे हमेशा सदमे में रहते है। स्कूल में बच्चों का भोजन बनाने वाली समूह की सदस्य एवं रसोइया भी बताती है कि स्कूल परिसर के पास ही लगे गन्ने बाड़ी के पेड़ को भी बच्चे छुते है उसमें भी करंट जैसा लगता है। इस विषय में स्कूल के शिक्षक ने भी अधिकारयों को पत्र लिखा लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। स्कूल और स्कूल के आस पास गीली जमीन पर भी नंगे पांव चलना मुश्किल है।
इनका कहना…
बच्चों के लिए सुरक्षित शिक्षा की त्वरित व्यवस्था की जाएगी।
नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी,कलेक्टर बैतूल
मेरे संज्ञान में यह बात आपके माध्यम से आई है। मैं आज ही इसे दिखवाता हूं।
कमलेश सिंह, जूनियर इंजीनियर
विद्युत वितरण कंपनी, खेड़ीसावलीगढ़