आरटीआई आम नागरिकों के हाथों में एक मजबूत हथियार: राकेश गहलोद
राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के 5वे स्थापना दिवस पर आरटीआई एक्टिविस्ट और पत्रकारों का सम्मान
✓आरटीआई आम नागरिकों के हाथों में एक मजबूत हथियार: राकेश गहलोद
✓राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के 5वे स्थापना दिवस पर आरटीआई एक्टिविस्ट और पत्रकारों का सम्मान
✓महिला एक्टिविस्ट ने सुनाई सफलता की कहानी
परिधि न्यूज बैतूल
राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं आरटीआई जागरूकता संगठन भारत का पांचवां स्थापना दिवस मंगलवार 27 मई को होटल आईसीइन में समारोहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर देशभर से आए आरटीआई एक्टिविस्ट और जिले के पत्रकारों का सम्मान किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय संगठन मंत्री राकेश गहलोद इंदौर से उपस्थित हुए। उनके साथ सिवनी से आए डॉ. मनोज बात्री ने प्रदेश संरक्षक एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रभारी के रूप में भाग लिया।कार्यक्रम में जिले के अलावा अन्य जिलों से भी आरटीआई कार्यकर्ता शामिल हुए। आयोजन की स्थानीय जिम्मेदारी जिला बैतूल अध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा, जिला संगठन मंत्री कन्हैयालाल चौकीकर, जिला प्रभारी विशाल वर्मा, प्रचार एवं प्रसार मंत्री राजेश चढ़ोकर तथा वरिष्ठ संरक्षक दिवेश राठौर द्वारा निभाई गई।
मुख्य अतिथि राकेश गहलोद ने कहा कि संगठन बीते पांच वर्षों से लोगों को मानव अधिकारों और सूचना के अधिकार को लेकर जागरूक कर रहा है। आरटीआई आम नागरिकों के हाथों में एक मजबूत हथियार है जिससे वे जानकारी प्राप्त करने के साथ भ्रष्टाचार को भी उजागर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि संगठन से बड़ी संख्या में लोग जुड़कर समाज सेवा कर रहे हैं।
सिवनी से आए डॉ. मनोज बात्री ने बताया कि वे पूर्व में शासकीय सेवक थे, लेकिन ईमानदारी और जनहित के मुद्दों पर आवाज उठाने की वजह से उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने लड़ाई जारी रखी और अब आरटीआई एक्टिविस्ट के रूप में सक्रिय हैं। कार्यक्रम में महिला आरटीआई कार्यकर्ताओं ने भी मंच से अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि किस तरह आरटीआई के माध्यम से उन्होंने कई लोगों को न्याय दिलाने में मदद की है।
पत्रकार गौरी बालापुरे पदम ने कहा कि आरटीआई एक प्रभावशाली माध्यम है लेकिन अफसोस की बात है कि कुछ लोगों ने इसे ब्लैकमेलिंग और अवैध कमाई का जरिया बना लिया है जिससे इसकी साख प्रभावित हुई है।
जिला संगठन मंत्री कन्हैयालाल चौकीकर ने आरटीआई कानून की विभिन्न धाराओं की जानकारी दी और लोगों को इसके इस्तेमाल के लिए आगे आने का आह्वान किया।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि संगठन भविष्य में भी इसी तरह समाज को जागरूक करता रहेगा। समारोह में पत्रकार नितिन अग्रवाल, गौरी बालापुरे के साथ ही विभिन्न जिलों से आए आरटीआई कार्यकर्ताओं और संगठन पदाधिकारियों को शॉल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह और सम्मानपत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और सामूहिक प्रतिज्ञा के साथ किया गया।