प्रथम सूचना संवाहक और लोक कल्याण संचारक भी थे देवर्षि नारद: धनंजय प्रताप सिंह
✓प्रथम सूचना संवाहक और लोक कल्याण संचारक भी थे देवर्षि नारद: धनंजय प्रताप सिंह
✓देवर्षि नारद जयंती पर मीडिया को समर्पित कार्यक्रम
✓सकारात्मक पत्रकारिता पर हुई चर्चा,पत्रकारों का हुआ सम्मान
परिधि न्यूज बैतूल
स्वर्गीय परमात्मा प्रसाद वाजपेयी स्मृति न्यास बैतूल के तत्वावधान में देवर्षि नारद जयंती का गरिमामय आयोजन 14 मई को माइंड्स आई इंटरनेशनल स्कूल विनोबा नगर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महिला पत्रकार एवं राष्ट्र रक्षा मिशन बैतूल की संयोजक गौरी बालापुरे ने की। मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी खेमराज डढोरे उपस्थित रहे, जबकि मुख्य वक्ता के रूप में नई दुनिया भोपाल के स्टेट ब्यूरो हेड धनंजय प्रताप सिंह विशेष रूप से शामिल हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ देवर्षि नारद एवं मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। मुख्य वक्ता धनंजय प्रताप सिंह ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में देवर्षि नारद के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे ब्रह्मा के मानस पुत्र, भगवान विष्णु के परम भक्त, बृहस्पति के शिष्य होने के साथ-साथ प्रथम सूचना संवाहक और लोक कल्याण संचारक भी थे। उनका जन्म ज्येष्ठ कृष्ण द्वितीया को हुआ था। उन्होंने बताया कि भारत की प्रथम हिंदी साप्ताहिक पत्रिका ‘उदन्त मार्तण्ड’ का प्रकाशन 30 मई 1826 को कोलकाता से हुआ था। उन्होंने देश भर में नारद जयंती के अवसर पर हो रहे पत्रकार सम्मान कार्यक्रमों की चर्चा करते हुए कहा कि हमें सकारात्मक पत्रकारिता के माध्यम से समाज में जनजागरण लाना है और देश व प्रदेश की प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए सक्रिय सहयोग देना है।
कार्यक्रम की अध्यक्ष गौरी बालापुरे ने पत्रकारिता के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि समाज को सशक्त बनाने में महिला पत्रकारों की भूमिका भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर बैतूल जिले के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक एवं सोशल मीडिया से जुड़े लगभग 28 पत्रकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मातृशक्ति, प्रबुद्धजन, समाजसेवी और नागरिक उपस्थित रहे जिन्होंने पत्रकारों का उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन जिला प्रचार प्रमुख नरेश लहरपुरे ने किया, वहीं आभार प्रदर्शन ललित आजाद, मीडिया संवाद प्रमुख ने किया। आयोजन की सफलता में मिथलेश बारस्कर, बल्लू सोनी, राहुल मिश्रा, प्रबल वर्मा, दीपक अग्रवाल, पवन साहू, धीरेन्द्र साहू, दिनेश मालवीय, रामकृष्ण पवार, अरुण परिहार और राजेश पाटिल का सक्रिय सहयोग रहा।