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जली खोपड़ी, पैर की हड्डी और स्टील का कड़ा खोल गया अंधे कत्ल का राज

उल्टा लटकाकर पीटने वाले वायरल वीडियो से आहत आदिवासी युवक ने साथियों के साथ मिलकर दिया हत्याकांड को अंजाम

 

✓जली खोपड़ी, पैर की हड्डी और स्टील का कड़ा खोल गया अंधे कत्ल का राज
✓उल्टा लटकाकर पीटने वाले वायरल वीडियो से आहत आदिवासी युवक ने साथियों के साथ मिलकर दिया हत्याकांड को अंजाम
✓तीन महीनें की कड़ी मेहनत से खुलासा करने वाली टीम को बेस्ट इन्वेस्टीगेशन के लिए रुस्तम अवार्ड देने का प्रस्ताव शासन को भेजेंगे एसपी निश्चल एन झारिया
परिधि क्राइम न्यूज बैतूल।

आदिवासी बाहुल्य और पिछड़ा कहलाने वाला बैतूल जिला अक्सर सनसनीखेज अपराधों के लिए पूरे देश में अक्सर सुर्खियों में आ जाता है। करीब एक साल पहले आदिवासी युवक आशीष परते को उल्टा लटका कर बेल्ट और डंडों से पीटने का वीडियो वायरल हुआ था। आशीष कपड़े उतारकर छत से उल्टा लटकाकर आधा दर्जन लोगों द्वारा बेल्ट एवं डंडों से की गई मारपीट से आहत एवं अपमानित महसूस कर रहा था। अपमान, ग्लानि और क्षोभ से व्यथित आशीष और उसके परिजनों ने आखिरकार अपमान का बदला लेने के लिए ऐसे हत्याकांड को अंजाम दिया जिसकी कल्पना भी किसी ने नहीं की होगी। आशीष एवं उसके साथियों ने तीन महीने पहले मारपीट करने वाले आरोपियों में से ही एक युवक रिंकेश चौहान के साथ सामूहिक रुप से मारपीट करने के बाद उसे जंगल में ले जाकर भी इस हद तक पीटा गया कि उसकी सांसे उखड़ गई। रिंकेश के शव को जंगल में डीजल, टायर और लकडिय़ों की मदद से जला दिया गया, लेकिन जली हुई खोपड़ी, पैर की एक हड्डी के साथ, स्टील के कड़े और परिजनों द्वारा की गई गुमशुदगी की रिपोर्ट की वजह से रिंकेश की हत्या का राज खुल गया। एसपी निश्चल एन झारिया ने इस अंधे कत्ल का खुलासा करते हुए बताया कि तीन महीने की कड़ी मेहनत से पुलिस टीम ने एक नाबालिग सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। वे इस मामले में पुलिस टीम को बेस्ट इन्वेस्टीगेशन के लिए रुस्तम अवार्ड देने के लिए भी प्रस्तााव शासन को भेजेंगे। आरोपियों की रिमांड भी न्यायालय से मांगी जाएगी।
यह है पूरा मामला

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15 नवंबर 2023 को आदिवासी युवक आशीष परते निवासी बासपानी के साथ गौवंश तस्करी के मामले में सूचना देने पर गांव से उठाकर चेंट के कमरे में बंद कर, उल्टा लटकाकर रिंकेश, चेंट तथा अन्य लोगों ने बेल्ट एवं डंडों से मारा था। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी बनाया गया जो 13 फरवरी 2024 को करीब चार महीने बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस मामले ने इतना तूल पकड़ा की पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल करते हुए तत्कालीन एसपी एवं कोतवाली टीआई को हटा दिया गया था। मामले में रिंकेश चौहान, चेंट उर्फ शोहराब एवं अन्य के विरुद्ध मारपीट एवं एट्रोसिटी एक्ट में प्रकरण दर्ज किया गया। आरोपी चेंट और विंकेश के घर भी प्रशासन ने तोड़ते हुए सख्ती से कार्रवाई की। पीडि़त आशीष मारपीट का वीडियो वायरल होने की वह से खुद को अपमानित महसूस कर रहा था और वह लम्बे समय से बदला लेने की फिराक में था। करीब एक साल बाद उसे मौका मिला और उसने अपने साथियों के साथ मिलकर रिंकेश को मौत के घाट उतार दिया।

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झीटापाटी से अर्जुनगोंदी के जंगल तक रिंकेश को ठिकाने लगाने का पूरा घटनाक्रम

10 दिसंबर को शाहपुर थाने को वन विभाग से अर्जुन गोंदी के जंगल में जठान देव मंदिर के पास नाले के उपर एक जली हुई मानव खोपड़ी मिलने की सूचना मिली। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थल को सुरक्षित किया। एसपी निश्चल एन झारिया, शाहपुर एसडीओपी मयंक तिवारी एवं सीन ऑफ क्राईम प्रभारी निरीक्षक आबीद अंसारी एवं फारेङ्क्षसक एक्सपर्ट नर्मदापुरम ऋषिकेश यादव एवं थाना प्रभारी मुकेश यादव ने घटनास्थल का सूक्ष्म निरीक्षण किया। जांच के दौरान पाया गया कि मृतक के शव को टायर, डीजल एवं जंगल की लकडिय़ों से जलाया गया गया था। घटना स्थल से पुलिस को जली हुई खोपड़ी, हड्डियों के कुछ अवशेष, एक स्टील का कड़ा मिला। पुलिस द्वारा घटनास्थल के फोटो एवं वीडियो कराने के बाद मर्ग कायम कर मृतक की पहचान के लिए जांच प्रारंभ की। अवशेष मिलने के बाद पुलिस बारीकी से मामले की तस्दीक में जुट गई, आसपास के थानों में गुमशुदा रिपोर्ट को संज्ञान में लेते हुए परिजनों से पूछताछ की गई। करीब 6 गुमशुदगी के मामलों में भी कोई सुराग नहीं मिला। इसी दौरान 21 दिसंबर को थाना चिचोली में कुंड बकाजन निवासी रिंकेश चौहान की गुमशुदगी दर्ज की गई। अर्जुनगोंदी में मिले साक्ष्यों में एक महत्वपूर्ण सुराग एवं साक्ष्य स्टील का कड़ा भी था इसलिए पुलिस गुमशुदगी के मामलों में अक्सर गुमशुदा व्यक्ति के कड़े पहनने का सवाल भी करती रही। रिंकेश की गुमशुदगी दर्ज होने पर भी पुलिस ने परिजनों से हाथ में कड़े पहनने का जिक्र किया। परिजनों ने जैसे ही हामी भरी पुलिस ने इसे महत्वपूर्ण कड़ी मानते हुए कड़े से से हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए डीएनए टेस्ट कराया। 6 जनवरी को पुलिस ने डीएनए टेस्ट के लिए सेम्पल भेजे गए और 13 फरवरी को रिपोर्ट पॉजिटिव आई। डीएनए रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने पुष्टि कर दी कि अर्जुनगोंदी के जंगल में मिले शव के अवशेष रिंकेश चौहान के ही थे। इसके बाद पुलिस ने हत्या के तार को एक साल पुराने वायरल वीडियो से जोड़ा और सूक्ष्मता से प्रकरण की विवेचना के लिए एसपी एवं एसडीओपी शाहपुर के मार्गदर्शन में टीआई शाहपुर के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर मामले की जांच शुरु की गई।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम

आशीष परते एवं उसके साथयों ने अपमान का बदला लेने के लिए लंबे समय से साजिश की जा रही थी। इसके लिए बाकायदा रिंकेश के साथियों एवं उसे सोशल मीडिया पर भी लगातार फॉलो करते हुए अवसर की तलाश आशीष कर रहा था। 30 नवंबर को रिंकेश चौहान जब बैतूल न्यायालय में पेशी के लिए आया था। पेशी के बाद वह मुलताई मेला देखने गया और झीटापाटी में अपने दोस्त गब्बर के घर रुक गया। यह जानकारी अर्पित ने नितिन को दी जो कि रिश्ते में आशीष परते का भतीजा है। नितिन ने रिंकेश के गब्बर के घर पर होने की सूचना फोन पर आशीष को दी। यहां नितिन, प्रदीप, मनीष, शिवा धुर्वे, वाहन चालक मिंचू एवं एक अन्य नाबालिग आरोपी के साथ पहुंचे आशीष ने रिंकेश को अगवा कर लिया और बेरहमी से पीटा। सभी आरोपियों ने रिंकेश के साथ झीटापाटी में भी मारपीट की और उसे पाढर वाईन शॉप के पीछे स्थित टेकरी पर ले गए। जहां दिन भर उसे बंधक बनाकर प्रताडि़त किया गया। शाम को रिंकेश को अर्जुनगोंदी के जंगल में जठानदेव मंदिर के पास ले गए जहां उसकी बेहरमी से हत्या कर दी गई। आशीष ने रिंकेश के शव को जलाने के लिए 15 लीटर डीजल, टायर आदि की व्यवस्था की वही अन्य आरोपियों ने जंगल से लकड़ी जुटाकर नाले के पास टायर एवं डीजल डालकर जला दिया।
अंधे कत्ल को इन्वेस्टीगेट करने वाली टीम होगी रुस्तम अवार्ड के लिए प्रस्ताव

एसपी निश्चल एन झारिया ने अंधे कत्ल का खुलासा करने के दौरान बताया कि पुलिस की इनवेस्टीगेशन टीम ने इस प्रकरण में उच्च दक्षता का परिचय दिया एवं बड़ी ही सूक्षमता से विवेचना करते हुए मृतक की पहचान कर हत्या के 6 आरोपियो को गिरफ्तार किया। खोपड़ी, कुछ हड्डियों एवं एक स्टील के कड़े के आधार पर मृतक की पहचान करना आसान नहीं था, पर इन्वेस्टीगेशन टीम ने धैर्य के साथ पूरे मामले में कड़ी से कड़ी जोडक़र सफलता प्राप्त की। उन्होंने बताया कि वे टीम को रुस्तम अवार्ड देने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजेंगे। उन्होंने बताया कि आरोपियों के विरुद्ध सुसंगत धाराओंं में मामला दर्ज कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है।

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