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डॉ वागद्रे का आमला से मुलताई तबादला, सोशल मीडिया पर फूट रहा लोगो का गुस्सा

 

✓डॉ मुकेश वागद्रे का आमला से मुलताई तबादला, सोशल मीडिया पर फूट रहा लोगो का गुस्सा

✓सोशल मीडिया पर बवाल, राजनीति भी गरमाई 

परिधि न्यूज बैतूल

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आमला में पदस्थ डॉक्टर मुकेश वागद्रे का तबादला मुलताई सामुदायिक केंद्र करने की जानकारी सामने आते ही आमला वासियों का आक्रोश एवं गुस्सा फूट पड़ा है। डॉ मुकेश के ट्रांसफर को तत्काल रोकने की मांग के साथ साथ जन प्रतिनिधियों एवं प्रशासन पर आमला से हमेशा सुविधाएं छीन लेने के आरोप भी लग रहे है।  आमला से जुड़े सोशल मीडिया, व्हाट्सएप ग्रुप एवं फेसबुक पेज पर अपनी अपील और पोस्ट के माध्यम भड़ास निकालते हुए तबादले का विरोध किया जा रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आमला बीएमओ डॉ अशोक नरवरे द्वारा 6 मार्च को डॉ मुकेश वागद्रे का तबादला मुलताई करने के आदेश किए गए इसके अलावा 11 मार्च को जारी एक अन्य आदेश में 48 घंटे में ज्वाइनिंग करने की हिदायत भी दी गई है। साथ ही स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।एक ओर तबादले का आदेश सोशल मीडिया पर घूम रहा है तो दूसरी ओर तबादला न होने की सूचनाएं भी वायरल होने लगी है। हालांकि तबादले को लेकर वास्तविकता क्या है यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।इस संबंध में जानकारी के लिए डॉ अशोक नरवरे एवं डॉ मुकेश वागद्रे को उनके मोबाइल नंबर पर कॉल लगाया गया कॉल रिसीव न होने की वजह से दोनों के पक्ष सामने नहीं आ पाए।

सोशल मीडिया तबादले के विरोध में पोस्ट

सोशल मीडिया पर वायरल अपील


मै एक सामाजिक कार्यकर्ता छन्नू बेले आमला सारनी विधानसभा क्षेत्र के समस्त बुजुर्गों माता बहनों नौजवान साथियों एवं क्षेत्र की जनता से अपील करता हूं कि बैतूल जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को देखते हुए मध्य प्रदेश शासन द्वारा बैतूल और आमला में सिविल अस्पताल खोलकर जनहित में जनता को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ दिलाने का प्रयास लगातार किया जा रहा है जिसके कारण बैतूल के सिविल अस्पताल में डॉक्टर और स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल रहा है। लेकिन आमला के सिविल अस्पताल में डॉक्टर और स्वास्थ्य उपकरण की सुविधा न होने के कारण क्षेत्र की जनता को सिविल अस्पताल स्तर की स्वास्थ्य सुविधा का लाभ पर्याप्त नहीं मिल रहा है। पिछले दिनों आमला को सिविल अस्पताल बनाया गया है जिसमें 20 डॉक्टरों की पदस्थापन है लेकिन वर्तमान में मात्र चार डॉक्टर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ दे रहे हैं आमला में जब से एम डी डॉक्टर वागद्रे, डॉक्टर बचले, डाक्टर सोनी की पदस्थापन हुई है तीनो डॉक्टर अनुभवशील एवं स्थानीय होने के कारण आमला की जनता को भली भाती जानते पहचानते हैं और उन्हें शासन द्वारा अस्पताल से संबंधित समस्त स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिलाने का प्रयास कर रहे हैं जिसके कारण इनके इलाज से जनता संतुष्ट है तब से यहां जनता को पर्याप्त सुविधाओं का लाभ मिल रहा है डॉक्टर वागद्रे डॉक्टर बचले डॉ सोनी द्वारा लगातार मरीजों की सेवा रात दिन करते रहते हैं अस्पताल में 24 घंटे अपनी सेवा दे रहे हैं जिसके कारण प्राइवेट डॉक्टर के क्लीनिक में मरीज की कमी हो गई है शासकीय सिविल अस्पताल की ओपीडी में बढ़ोतरी हुई है सिविल अस्पताल में पर्याप्त इलाज और दवाइयां मिलने के कारण अस्पताल में मरीजों को सुविधा का लाभ मिल रहा है लेकिन प्रभारी बी एम ओ अशोक नरवरे द्वारा एक अनुभवशील एम डी मेडिसिन डॉक्टर वागद्रे को पिछले चार माह पूर्व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैंसदही अस्पताल में अटैच करवा दिया गया था जिसके कारण यहां मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था किसी प्रकार जनता की मांग पर डॉक्टर वागद्रे को आमला सिविल अस्पताल वापस लाया गया । प्रभारी डॉक्टर बीएमओ अशोक नरवरे ने द्वेष पूर्ण भावना रखकर जिला के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी से कहकर पुनः डॉक्टर वागद्रे को अस्थाई रूप से मुलताई में पदस्थ कर दिया गया है । जिसके कारण अब यहां मात्र दो डॉक्टर ही अपनी सेवा दे रहे हैं । अस्पताल के एकमात्र मेडिसिन विशेषज्ञ डॉक्टर मुकेश वागद्रे की चले जाने से आमला क्षेत्र वासियों को मेडिसिन विशेषज्ञ की सेवाएं मिलना भी बंद हो गई और अब फिर से आमला क्षेत्रवासी हम लोग नागपुर, बैतूल और भोपाल के चक्कर काटने पर मजबूर हो गए हैं । अस्पताल में 20 डॉक्टरों की पदस्थापन होने के बाद मात्र दो डॉक्टर कार्य कर रहे हैं जिसके कारण जनता को स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल रही है । पूर्व में डॉक्टर वागद्रे एवं बचले डॉक्टर सोनी के अस्पताल में सेवा देने से अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई थी । अच्छा इलाज मिलने के कारण जनता शासकीय सिविल अस्पताल में इलाज करवा रही है लेकिन प्रभारी बीएमओ डॉक्टर अशोक नरवरे ने द्वेषपूर्ण भावना रखकर उन्हें गंभीर बीमारियों का बहाना बनाकर मुलताई अस्थाई तौर पर भिजवा दिया गया है ताकि यहां के मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ न मिल सके और इनके द्वारा की जा रही प्राइवेट प्रैक्टिस अधिक चल सके । प्रभारी बीएमओ की लापरवाही के कारण अस्पताल में आईसीयू की सुविधा नहीं है । इनके द्वारा ECG मशीन और defibrillator shock मशीन शुरू नहीं की गई थी डिब्बा बंद करके रखी गई थी । डॉक्टर मुकेश वागद्रे द्वारा मरीजों की जान बचाने के लिए ECG मशीन और defibrillator shock मशीन को डिब्बे से बाहर निकाल कर चालू किया गया l जिसके कारण प्राइवेट अस्पताल खोलकर बैठे डॉक्टरो का धंधा बंद हो गया है डॉक्टर वागद्रे मेडिसिन में एमडी हैं । मेडिसिन विशेषज्ञ होने के कारण इनके इलाज से जनता को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ शीघ्र ही मिल जाता है लेकिन लगातार प्रभारी बीएमओ डॉक्टर अशोक नरवरे उनकी कमियों को ढूंढने का प्रयास करते हैं और उन्हें परेशान किया जा रहा है । पिछले दिनों एक इमरजेंसी मरीज को इनके द्वारा उसकी हालत को देखते हुए आईसीयू में इलाज के लिए उसे बैतूल अस्पताल भेज दिया गया था । डॉ नरवरे ने बैतूल के डॉक्टर से जो ड्यूटी पर उपस्थित है से कहकर इन्हें प्रताड़ित करने की कोशिश की गई तथा इन्हें लिखित एवं मौखिक रूप से जवाब मांगे गए जबकि रेफर मैरिज को बैतूल के अस्पताल से अधिक तबीयत बिगड़ने पर भोपाल रेफर करने की नौबत आ गई थी । इस प्रकार से इनके द्वारा अस्पताल में मरीजों के उपचार के उपकरण के रहते हुए भी टेक्नीशियन की नियुक्ति नहीं की जा रही है पूर्व में एक्स-रे टेक्नीशियन के साथ मारपीट एवं इनके द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया तथा उसे यहां से अन्यत्र भिजवा दिया गया । इसके कारण लगभग तीन माह तक जनता को एक्स-रे की सुविधा नहीं मिल सकी डॉ बी एम ओ अशोक नरवरे द्वारा अस्पताल के कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है उन्हें जाति सूचक शब्द मेहरा गोंड जैसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है, इनके द्वारा फर्जी बिल लगाकर शासकीय राशि में लाखों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया है इनके द्वारा लगाए गए बिलों की यदि जांच की जाए तो कई लाख रुपए का फर्जीवाड़ा और भ्रष्टाचार उजागर हो सकता है अस्पताल में मशीन एवं इमरजेंसी दवाई उपलब्ध नहीं है । वर्तमान में हार्ट अटैक जैसे मरीज को यहां सुविधा नहीं मिल पाती है जिसके कारण कई बार उनकी मृत्यु इनकी लापरवाही के कारण हो रही है शासन के नियम अनुसार सिविल अस्पताल में स्थाई रूप से 5 साल तक रेगुलर स्थाई रूप से कार्य किए जाने डॉक्टर को ही बी एम ओ का प्रभार दिया जाता है प्रभारी बीएमओ डॉक्टर नरवरे ने 5 साल तक रेगुलर रूप से किसी भी अस्पताल में कार्य नहीं किया है फिर भी इन्हें यहां का बी एम ओ बना दिया गया है जो शासन के नियम विरुद्ध है आए दिन भ्रष्टाचार की खबरों में सुर्खियों में लिप्त रहते हैं पूरा अस्पताल का स्टाफ इसे भयभीत डरा हुआ एवं प्रताड़ित रहता है अस्पताल में आए हुए मरीजों को भी गाली-गलौज करके बात करते हैं और उन पर चिल्लाते हैं । इन्हें तत्काल बीएमओ के पद से हटा कर अन्य रेगुलर स्थाई रूप से कार्य करने वाले डॉक्टर को बी एम ओ पदस्थ किया जाए । प्रभारी बीएमओ डॉक्टर नरवरे ने ओपीडी में बैठकर मरीज को देखा ही नहीं करते है, ओपीडी खत्म होने के बाद आते हैं और शाम की ओपीडी शुरू होने के पहले ही चले जाते हैं । बैतूल जिले का घोड़ाडोंगरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होने के बाद वहां पर वर्तमान में 16 डॉक्टर पदस्थ कार्यरत है । यदि मुलताई में इतनी ही इमरजेंसी डॉक्टर की आवश्यकता है तो शीघ्र ही घोड़ाडोंगरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से मुलताई के अस्पताल में उनकी पदस्थापना करके आमला से अस्थाई रूप से मुलताई अस्पताल भेजे गए मेडिसिन विशेषज्ञ डॉक्टर मुकेश राव वागद्रे की सिविल अस्पताल आमला को अत्यंत आवश्यकता है अन्यथा आमला क्षेत्र की जनता को मेडिसिन विशेषज्ञ की स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा । जब तक अस्पताल बीएमओ के रूप में डॉक्टर अशोक नरवरे रहेंगे तब तक सिविल अस्पताल में किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं मिल पाएगी । इनकी मानसिकता मरीजों की सेवा करना नहीं बल्कि हिटलर बनकर काम करने की सोच है । पूर्व में भी कई बार इनके ऊपर अखबारों के माध्यम से कई प्रकार के आरोप लगाए गए हैं चाहे वह फर्जी उपस्थिति दिखाकर दंत चिकित्सक शेख फराज का वेतन निकलना हो, मोटरसाइकिल स्टैंड का ठेका राशि निकालने का मामला हो या फर्जी बिल का या पत्रकारों की झूठी शिकायत थाने में करके उन्हें फंसा कर दबाने का हो – यह लगातार विवादित ही रहे हैं ।

*अतः आमला के समस्त व्यापारी पत्रकार साथी आम जनता एवं युवाओं वरिष्ठ नागरिकों से निवेदन है कि अस्पताल में हो रही अवस्था एवं मरीज की सुविधाओं को देखते हुए डॉक्टर मुकेश राव वागदे मेडिसिन विशेषज्ञ को मुलताई अस्पताल से वापस आमला सिविल अस्पताल लाने एवं प्रभारी बीएमओ डॉक्टर नरवर द्वारा किए गए भ्रष्टाचार अनियमितता की जांच कर कार्यवाही करने बाबत एक जनहित ज्ञापन कलेक्टर महोदय, जिला मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्य मंत्री एवं स्वास्थ्य आयुक्त भोपाल को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व आमला एवं तहसीलदार के माध्यम से ज्ञापन सोपा जाएगा ।निवेदन है कि जनहित मे दोपहर 1:00 जनपद चौराहा आमला में उपस्थित होने की कृपा करें । *

निवेदक

समाजसेवी छन्नू बेले,वार्ड क्रमांक 10, आमला 

सामने आया मीडिया प्रभारी भाजपा आमला का बयान

आमला सारणी विधानसभा क्षेत्र के माननीय विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे विधानसभा क्षेत्र में संस्थागत स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार एवं विशेषज्ञ डॉक्टर के पदस्थापना को सतत प्रयासरत रहे है।
जिला स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अल्पकालीन चिकित्सकीय आपातकाल के चलते विशेषज्ञ डॉक्टर की आवश्यकताओं के आधार पर वैकल्पिक व्यवस्था के अनुसार जारी अस्थाई आदेश पर माननीय विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे जी ने संज्ञान लिया है।क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को प्रतिबद्ध माननीय विधायकडॉ योगेश पंडाग्रे के द्वारा सिविल अस्पताल आमला में पदस्थ चिकित्सकों की सेवाओं पूर्व स्थापित व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।

गोपेन्द्र सिंह बघेल
मीडिया प्रभारी भाजपा आमला

तबादला न होने की सूचनाएं भी होने लगी अपलोड

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